कागजों पर दवाइयों का छिड़काव, डेंगू चिकनगुनिया ने पैर पसारे
Sep 12, 2024
भोपला। राजधानी स्वास्थ्य विभागकी लापरवाही के कारण डेंगू, चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मलेरिया विभाग और नगर निगम ने लार्वा सर्वे के लिए कई टीमों को उतारा है, लेकिन यह टीमें केवल कागजों पर सर्वे करती हैं। वहीं, दवाओं का छिड़काव भी वही हो रहा है, जहां मरीज ट्रेस हो रहे हैं। राजधानी स्थित एम्स के हॉस्टल में तीन डेंगू और एक चिकनगुनिया का केस मिल चुका है। इसके बावजूद अमला अभी तक हॉस्टल में दवाइयों का छिड़काव नहीं कर पाया है।
भोपाल में हर रोज औसतन दो-तीन मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को भी तीन नए मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही शहर में डेंगू मरीजों की संख्या 200के पार पहुंच गई है। वहीं, चिकनगुनिया के 25 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। अगस्त में अब तक 63 मरीज मिल चुके हैं। जबकि जुलाई में 51 मरीज ही मिले थे।
जहां मरीज मिलते हैं वहीं दवा का हो रहा छिड़काव
राजधानी में लगातार बढ़ते डेंगू, चिकनगुनिया के मरीजों के बावजूद कीटनाशक दवाओं का छिड़काव को लेकर विभाग के पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। जिम्मेदार अधिकारियों कहना है कि जहां डेंगू के केस मिल रहे हैं, वहां दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। ऐसी हालत रही तो आने वाले दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने का अनुमान है। पिछले साल अगस्त तक महज 132 मरीज ही सामने आए थे। लेकिन, इस बार न सिर्फ अगस्त के महीने में मरीजों की संख्या ज्यादा दर्ज हुई है। बल्कि, अब तक के कुल मरीजों की संख्या भी बीते साल के मुकाबले ज्यादा है।
लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर करेंगे कार्रवाई
भोपाल जिला मलेरिया अधिकारी अखिलेश दुबे ने बताया कि भोपाल में पिछले सालों की तुलना में डेंगू, चिकनगुनिया के मरीज में काफी कमी आई है। अगस्त महीने में जरूर कुछ मरीज बढ़े हैं। बरसाती सीजन में मरीज बढ़ते हैं। आने वाले समय में कंट्रोल कर लेंगे। हमारी टीमें लगातार लार्वा सर्वे कर रही हैं लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। जहां भी मरीज मिलते हैं, वहां एक्टिविटी की जा रही हैं। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
साकेत नगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा मरीज
जानकारी के अनुसार साकेत नगर क्षेत्र में डेंगू और चिकनगुनिया के सबसे ज्यादा मरीज सामने आए हैं। यहां करीब 25 से ज्यादा मरीज डेंगू के और 10 से ज्यादा चिकनगुनिया के मरीज ट्रेस हुए हैं। शहर के ऐसे इलाके जहां डेंगू के नए मरीज मिल रहे हैं, उन क्षेत्रों को डेंजर जोन मानकर वहां गतिविधियां तेज की जा रही हैं। मरीज के घर को केंद्र मानकर उसके आसपास के घरों में भी पानी के बर्तनों को खाली कराने के साथ ही साथ वहां फॉगिंग और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार नगर निगम और जिला मलेरिया कार्यालय की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत शहर में भर रहे पानी के स्थानों को खाली कराया जा रहा है। जहां पानी ज्यादा दिन रुक रहा है, वहां गंबूसिया मछली छोड़ी जा रही है। मच्छरों से बचने के उपाय लोगों को बताकर जागरूक किया जा रहा है।