एसओयूएल : राजनीतिक, सामाजिक सेवा एवं लोक नीति नेतृत्व की त्रिवेणी विकसित करने का अनूठा दृष्टिकोण

Feb 14, 2025

- मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गांधीनगर में निर्माण होनेवाले एसओयूएल के कैम्पस निर्माण का शिलान्यास किया

गांधीनगर | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्लोबल लीडर बन रहे भारत की प्रगति तथा विकास में शासन, सामाजिक कल्याण एवं नीति निर्धारण के क्षेत्रों में मूल्यनिष्ठ एवं कार्यदक्ष उत्कृष्ट नेतृत्व विकसित करने की संकल्पना की है। प्रधानमंत्री की इस संकल्पना को साकार करने के लिए युवा एवं उत्साही नेतृत्व से युक्त मानव संसाधन तैयार करने का नूतन दृष्टिकोण स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप (एसओयूएल) द्वारा अपनाया गया है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने एसओयूएल के इस दृष्टिकोण को वास्तविक स्वरूप देने वाले अत्याधुनिक कैम्पस का भूमिपूजन एसओयूएल के निदेशक मंडल के चेयरमैन सुधीर मेहता, SOUL के बोर्ड मेम्बर्स, भारत सरकार के पूर्व वित्त सचिव तथा एसओयूएल की एग्जीक्यूटिव कमिटी के चेयरमैन डॉ. हसमुख अढिया और आमंत्रितों व वरिष्ठ सचिवों की उपस्थिति में किया था। एसओयूएल के इस कैम्पस का गांधीनगर में गिफ्ट सिटी रोड पर गुजरात बायोटेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के समीप 22 एकड़ क्षेत्र में अनुमानित 150 करोड़ रुपए की लागत से आगामी दो वर्षों में निर्माण होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसी भी प्रकार की राजनीतिक पृष्ठभूमि न रखने वाले 1 लाख युवाओं को राजनीति में जोड़ने का आह्वान किया है।

इस संदर्भ में; राजनीति में प्रवेश करने के इच्छुक महत्वाकांक्षी युवाओं को प्रशिक्षण देने तथा भारत में शासन की परंपरागत चुनौतियों का सामना कर नए अवसरों का सृजन करने के लिए उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से गठित यह संस्थान एसओयूएल राजनीतिक, सामाजिक एवं लोक नीति; इन तीनों क्षेत्रों में नेतृत्व के प्रति समर्पित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 21 फरवरी को नई दिल्ली में एसओयूएल का औपचारिक शुभारंभ कराएंगे। प्रारंभिक चरण में एसओयूएल द्वारा लोक सेवा व्यवसायियों के लिए अनुरूप कार्यक्रम ऑफर किए जाएंगे। गांधीनगर में एसओयूएल के कैम्पस का निर्माण पूर्ण होने के बाद मार्च-2027 से यहाँ औपचारिक कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इनमें 1 से 3 महीनों के मध्यम अवधि के तथा 9 से 12 महीनों के लंबी अवधि के पाठ्यक्रम कार्यरत होंगे। कैम्पस पूरी तरह तैयार होने तक एक सप्ताह के अल्पकालिक कार्यक्रमों एवं सेमिनारों का आयोजन किया जाएगा। लोगों के हित को वरीयता देते हुए सक्षम नेतृत्व के विकास के अवसरों के साथ सार्वजनिक क्षेत्र, स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास एवं स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में योगदान देने का लक्ष्य रखने वाले उम्मीदवारों तथा युवाओं को लीडरशिप प्रशिक्षण के लिए एसओयूएल उचित प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा। इस उद्देश्य से एसओयूएल में प्रवेश के लिए लोक सेवा के प्रति सुदृढ़ प्रतिबद्धता रखने वाले व्यक्तियों का लेटर ऑफ इंटेंट तथा पैनल इंटरव्यू द्वारा योग्यता के आधार पर चयन किया जाएगा। उद्योग, सरकार एवं वैश्विक नेता सहित विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ एसओयूएल में फैकल्टी के रूप में सेवाएँ देंगे।

इतना ही नहीं; सहभागियों की प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से युवा उम्मीदवारों से टोकन फीस ली जाएगी। निर्वाचित प्रतिनिधियों तथा लोक सेवा अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण निःशुल्क रखा जाएगा। एसओयूएल निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के समूहों द्वारा स्थापित किया गया एक स्वायत्त एवं निष्पक्ष संस्थान है और सरकारी भी एजेंसी या यूनिवर्सिटी के साथ सम्बद्ध नहीं है। लीडरशिप डेवलपमेंट तथा वैल्यूएडिशन पर फोकस करने वाले नॉन-डिग्री कार्यक्रम एसओयूएल में संचालित होने वाले हैं। एसओयूएल एक ऐसा उत्कृष्ट संस्थान है, जिसमें तैयार हुए विद्यार्थियों द्वारा पब्लिक तथा गवर्नमेंट लीडर्स को नए शोध-अनुसंधानों एवं विभिन्न विषयों का विशेष मार्गदर्शन मिलेगा। इसके परिणामस्वरूप लीडर्स अधिक प्रभावशाली ढंग से समाजोपयोगी बन सकेंगे। यहाँ उल्लेख करना जरूरी है कि अब तक एसओयूएल द्वारा विभिन्न प्रकार के प्री-लॉन्च कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया है। इनमें एनईपी के प्रभावी क्रियान्वयन को सरल बनाने के लिए शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से दो दिवसीय लीडरशिप वर्कशॉप तथा मुख्यमंत्री कार्यालय के स्टाफ के लिए एक दिवसीय चिंतन शिविर शामिल हैं। इतना ही नहीं; एसओयूएल द्वारा सभी निर्वाचित विधायकों को राज्य के बजट की विस्तृत एवं गहन समझ देने के लिए भी वर्कशॉप का आयोजन किया जा चुका है।


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