पीपीओ तकनीक से ट्रैपिस्ट-1 तारे के आसपास एलियन के जीवन की खोज जारी

वॉशिंगटन,। वैज्ञानिक ट्रैपिस्ट-1 नामक तारे के आसपास एलियन जीवन की खोज कर रहे हैं। हाल ही में इस तारे के सोलर सिस्टम की 28 घंटे तक पड़ताल की गई, हालांकि उन्हें अभी तक संकेत नहीं मिले हैं। फिर भी उनका उत्साह कम नहीं हुआ है, और उन्हें यकीन है कि वे एक दिन एलियन्स के भेजे गए संदेशों को पकड़ने में सफल हो जाएंगे। इसके लिए वे प्लैनेट टू प्लैनेट ऑकल्टेशन (पीपीओ) तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसके जरिए ग्रहों के बीच रेडियो संकेतों का आदान-प्रदान पकड़ा जा सकता है।

ट्रैपिस्ट-1 तारा पृथ्वी से करीब 40 प्रकाशवर्ष दूर स्थित है और यह एक ठंडा लाल बौना तारा है। इसके आसपास कई बाह्यग्रह हैं। यह तारा धरती से थोड़ा बड़ा है, लेकिन इसका वजन सूरज के भार का मात्र 9 फीसदी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस सिस्टम में जीवन के अनुकूल हालात हो सकते हैं और यहां एलियन जीवन की संभावना जताई जा रही है।

28 दिनों की खोजबीन के दौरान शोधकर्ताओं ने कई रेडियो संकेतों को कैद किया है। इनमें से कोई भी संकेत ऐसा नहीं था जो यह साबित करता हो कि ये किसी एलियन सभ्यता से आए हैं। लाखों संकेतों में से केवल 11 हजार को अध्ययन के योग्य समझा और इनमें से 2,264 संकेत पीपीओ विंडो से मिले। हालांकि, अब तक एलियन जीवन का कोई ठोस संकेत नहीं मिला है, वैज्ञानिक अपने शोध के दिशा और समय को ज्यादा सटीक बनाने का प्रयास कर रहे हैं। वे रेडियो सिग्नलों के अध्ययन में तेजी से बढ़ते हुए हैं और यह विश्वास जताया कि नए उपकरण, जैसे स्क्वायर किलोमीटर एरे, एलियन सभ्यता के सिग्नल्स को ढूंढने में सक्षम होंगे। साइंटिस्ट्स का मानना है कि भविष्य में एलियन जीवन के संकेत मिलने की संभावना बरकरार है और उन्हें उम्मीद है कि वे जल्द ही इस दिशा में सफलता हासिल कर लेंगे।


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