अधिकारियों की मनमानी ले डूबी सांची दुग्धसंघ को, अब

Sep 13, 2024

केन्द्रीय डेयरी बोर्ड करेगा एमपी में दुग्ध संघ का संचालन,

 भोपाल। राजधानी में अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी भोपाल दुग्ध संघ कोले डूबे और बराबर घाटे में चलने की दुहाई देने वाले संघ का संचालन अब केन्द्रीय डेयरी बोर्ड करेगा। अब  प्रदेश में घाटे में चल रहे दुग्ध संघों को फायदे में लाने और किसानों , पशुपालकों को उनके दूध के उचित दाम दिलाने के लिए अब मध्यप्रदेश राज्य कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन और उससे जुड़े दुग्ध संघों का प्रबंधन और संचालन अगले पांच साल के लिए राष्टÑीय डेयरी विकास बोर्ड करेगा।

 मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता मे कल हुई बैठक में इस प्रस्ताव का विरोध करने के कारण कल देर रात विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा को हटाकर उनके स्थान पर ई रमेश कुमार को पशुपालन एवं डेयरी विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।

वर्तमान में मध्यप्रदेश देश के कुल दुग्ध उत्पादन का दस प्रतिशत उत्पादन कर देश में तीसरे स्थान पर है अब इसे देश में अग्रणी बनाया जाएगा। राज्य सरकार सहकारिता अधिनियम में भी इसके लिए संशोधन करेगा।  प्रदेश में प्रतिदिन साढ़े पांंच करोड़ लीटर दूध उत्पादन हो रहा है।  देश में प्रति व्यक्ति 459 ग्राम दूध उपलब्धता है मध्यप्रदेश में यह 644 ग्राम है। उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश दूध उत्पादन में अग्रणी है।  प्रदेश में सहकारी आंदोलन को मजबूत करने पशुपालकों को लाभान्वित करने अब चालीस हजार गांवों में दूध उत्पादन बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। प्रदेश में दो या तीन पशु रखने वाले पशुपालकों को गोबर के उपयोग की शिक्षा औश्र लघु संयंत्र की स्थापना में सहयोग दिया जाएगा। इसके लिए दस हजार रुपए किसानों को खर्च करने होंगे। वर्तमान में प्रदेश में 233 बायोगैस संयंत्र चल रहे है इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।


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