डायबिटीज के मरीजों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा

लंदन । हाल ही में डायबिटीज को लेकर किए गए एक अध्ययन में यह सामने आया है कि डायबिटीज के मरीजों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है, और इसके पीछे प्रमुख कारण शरीर में ब्लड शुगर का उच्च स्तर है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो व्यक्ति के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देती है और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। स्वीडन के एक प्रमुख शोध संस्थान द्वारा किए गए इस अध्ययन में बताया गया है कि जब ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है, तो शरीर में एक आवश्यक नेचुरल एंटी-बायोटिक सोरायसिन की कमी हो जाती है। 

यह एंटी-बायोटिक यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और अन्य प्रकार के बैक्टीरियल इंफेक्शंस से शरीर की रक्षा करता है। उच्च ब्लड शुगर के कारण सोरायसिन का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे यूटीआई और अन्य संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है। इस अध्ययन से यह भी पता चला है कि डायबिटीज के मरीजों को यूटीआई और अन्य संक्रमणों से बचने के लिए अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना चाहिए। इसके अलावा, हाइड्रेटेड रहने, पर्याप्त पानी पीने और फाइबर, फल और सब्जियों का सेवन बढ़ाने की सलाह दी गई है।

 स्वस्थ आहार और जीवनशैली भी इन मरीजों को संक्रमण से बचने में मदद कर सकते हैं।शोधकर्ताओं ने कहा कि स्वस्थ लोगों में सोरायसिन और अन्य एंटीबायोटिक्स की पर्याप्त मात्रा होती है, जिससे उन्हें यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा कम होता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर के बढ़ने से उनका इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है, जिससे शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता में कमी आ जाती है। 


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