खुदरा निवेशकों ने 7,500 करोड़ रुपये के शेयर बेचे

Okt 02, 2024

-पहली बार शुद्ध विक्रेता बनने का उठाया कदम 

नई दिल्ली । खुदरा निवेशकों ने सितंबर 2024 में भारतीय शेयर बाजार में 7,500 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। 

निवेशकों  ने पहली बार शुद्ध विक्रेता बनने का कदम उठाया है। विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशक बड़े पैमाने पर शेयर खरीद रहे हैं।

 सितंबर के आंकड़ों के अनुसार, खुदरा निवेशकों की यह बिकवाली मार्च 2024 के बाद की सबसे बड़ी बिकवाली मानी जा रही है। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 17,421 करोड़ रुपये और विदेशी निवेशकों ने 55,855 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खुदरा निवेशकों की इस बिकवाली का मुख्य कारण मुनाफावसूली और आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव) के प्रति बढ़ता आकर्षण है। कई छोटे निवेशक अपने लाभ बुक करके आईपीओ में निवेश के लिए पैसा निकाल रहे हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, खुदरा निवेशक वर्तमान बाजार स्थितियों को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में वे शेयर बाजार से पैसा निकालकर आईपीओ में निवेश कर रहे हैं ताकि आवंटन का बेहतर मौका मिल सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाजार के ऊंचे स्तरों के कारण खुदरा निवेशक करेक्शन का इंतजार कर रहे हैं। कुछ लोग अपने पोर्टफोलियो को रियल एस्टेट और सोने जैसी अन्य परिसंपत्तियों में स्थानांतरित कर रहे हैं। सितंबर में 13 कंपनियों ने अपने आईपीओ लॉन्च किए, जिनका कुल आकार 11,890 करोड़ रुपये था। इनमें से 9 आईपीओ ने 18प्रतिशत से 135प्रतिशत तक का लिस्टिंग गेन दिया है। इस वर्ष की शुरुआत से अब तक 63 कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 65,345 करोड़ रुपये जुटाए हैं। 

बाजार विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में तेजी जारी रहेगी और अभी किसी बड़े करेक्शन के संकेत नहीं हैं। हालांकि, निवेशकों को सलाह दी गई है कि मौजूदा समय में जोखिम-इनाम अनुपात अनुकूल नहीं है। सितंबर में सेंसेक्स और निफ्टी में क्रमशः 3.9प्रतिशत और 3.7प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.9 प्रतिशत और 1.91प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ।



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