फरार ठेकेदारों के आफिस और घरों पर छापे
Apr 29, 2024
गाड़ियां-पासपोर्ट और बैंक पासबुक जब्त, दो आरोपित गिरफ्तार
भोपाल । प्रदेश के इंदौर नगर निगम में हुए सवा सौ करोड़ के घोटाले के आरोपी फरार ठेकेदारों के आफिस और घरों में कल ताबडतोड छापे मारे गए। पुलिस को आरोपी ठेकेदार तो नहीं मिले। पुलिस ने गाड़ियां-पासपोर्ट और बैंक पासबुक जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ताले तोड़कर फाइलें, रजिस्ट्री, पासपोर्ट, बैंक पासबुक और लक्जरी कारें जब्त कर ली। एमजी रोड़ पुलिस ने आईटी पार्क के पास घोटाले के दो आरोपित साजिद और जाकिर को गिरफ्तार कर लिया। अफसरों ने शनिवार रात छापे की तैयारी कर ली थी। सुबह साढ़े छह बजे कोतवाली सर्किल के एसपी विनोद दीक्षित और टीआई विजयसिंह सिसोदिया(एमजी रोड़) वेदेंद्रसिंह कुशवाह)कोतवाली) को बगैर विजयनगर चौराहा पर बल सहित बुलाया।
दो टीमें बनाई और सबसे पहले जाह्नवी इंटरप्राइजेस के संचालक राहुल बढ़ेरा और क्षितित इंटरप्राइजेस की कर्ताधर्ता रेणु बढ़ेरा के घर छापा मारा। आरोपित निपानिया स्थित अपोलो डीबी अपटाउन में बने आलिशान बंगले में रहते है। एसीपी के मुताबिक घर पर ताला लगा था। 14 अप्रेल से अखबार घर के बाहर पड़े हुए थे। पुलिस ने वीडियोग्राफी करवाई और गार्ड की उपस्थिति में पूरे घर की तलाशी ली। पुलिस को माइक्रो चिप,पाग्रसपोर्ट, बैंक पासबुक, मकान की रजिस्ट्री,फाइलें मिली है। राहुल और रेणु की दो कारें भी घर के बाहर खड़ी हुई थी। एक कार को कब्जे में ले लिया जबकि एक कार की चाबी न मिलने के कारण सुरक्षित रखवाया। इसके बाद पुलिस मोहम्मद सिद्दीक(ग्रीन कंस्ट्रक्शन),मोहम्मद साजीद नींव(नींव कंस्ट्रक्शन) और मोहम्मद जाकिर(किंग कंस्ट्रक्शन) के घर मदीनानगर में भी दबिश दी। पुलिस ने ताला तोड़कर घर की तलाशी ली लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा। इसके बाद आरोपितों के नवनीत दर्शन(ओल्ड प्लाजा) स्थित आफिस में भी सर्चिंग की। पुलिस को आरोपितों के घरों से कम्प्यूटर और फाइलें भी मिली है।
पुलिस ने सभी की विधिवत जब्ती दर्शाई है। पुलिस अब विशेषज्ञों की मदद से इलेक्ट्रानिक गैजेट्स की जांच करवाएगी। फरार आरोपी ठेकेदारों में राहुल बढ़ेरा जाह्नवी इंटरप्राइजेस, रेणु बढ़ेरा क्षितिज इंटरप्राइजेस, मोहम्मद सिद्दीक ग्रीन कंस्ट्रक्शन, मोहम्मद साजीद नींव कंस्ट्रक्शन, मोहम्मद जाकीर किंग कंस्ट्रक्शन शामिल है। पांचों ठेकेदारों ने सवा सौ करोड़ का घोटाला किया है। फर्जी बिल प्रस्तुत किए उनमें नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का क्षेत्र नंदानगर,द्रविड़नगर,कनाड़िया, तिलकनगर सहित अन्य क्षेत्रों में करोड़ों का ड्रेनेज, चेंबर और पाइप लाइन का कार्य करना बताया है।