एमयू में एनएसओ का प्रदर्शन जारी

Oct 06, 2023

जबलपुर, । मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (एमयू) में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार के विरोध में नर्सिंग छात्र संगठन (एनएसओ) द्वारा प्रारंभ की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल गुुरुवार को भी जारी रही। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि विद्यार्थियों की परीक्षाओ की समस्या का समाधान किया जाए, अन्यथा विधानसभा चुनाव में विरोध प्रदर्शित करते हुए वोटिंग का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।

एनएसओ द्वारा ३ अक्टूबर से जारी हड़ताल का गुरुवार को तीसरा दिन था। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल पाराशर ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं एमयू के अधिकारियो द्वारा कथित तौर पर जमकर भ्रष्ट्राचार किया गया है और भ्रष्टाचार के कारण २०२०-२१ सत्र के नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टूडेंट्स की परीक्षा विगत तीन साल से नही हुई हैं, स्कॉलरशिप नही मिल रही है। २०२१-२२ और २०२२-२३ सत्र के स्टूडेंट्स के एनरोलमेंट तक नहीं हुए है लेकिन स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद करने वाले अधिकारियों व मंत्रियों पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कोई कार्यवाही तक नही की गई है, जबकि सीबीआई जांच में फर्जीवाड़ा उजागर हो रहा है लेकिन कथित तौर पर भ्रष्टाचार करने वालों को अब तक जेल में नही डाला गया।

फर्जीवाड़े के कारण नियमानुसार संचालित होने वाले कालेजों व इनमें पढ?े वाले स्टूडेंट्स का भविष्य भी बर्बाद हो गया है लेकिन जिम्मेदारों का अपने अधिकरियों व मंत्रियों का फर्जीवाड़ा नजर ही नहीं आ रहा है, संगठन ने मांग की है कि भ्रष्टाचार करने वालों जेल में डाला जाए और स्टूडेंट्स की परीक्षाएं करवाई जाए, एनरोलमेंट न होने व परीक्षा न होने के कारण स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप भी नहीं मिल रही है जबकि कलेजो में फीस देनी पड़ रही है, स्टूडेंट्स को तत्काल स्कॉलरशिप प्रदान की जाए, ऐसा ही पैरामेडिकल स्टूडेंट्स के साथ हो रहा है इनकी भी विगत २ वर्षों से परीक्षा नही हुई हैं, इनको भी स्कॉलरशिप नही मिल रही है, इनका भी समाधान करवाया जाए

प्रदेश शासन से मांग की गई कि सीबीआई जांच में मान्यता खो देने वाले कॉलेजो के स्टूडेंट्स को मान्यता प्राप्त कालेजों में स्थानांतरित किया जाए, क्योंकि स्टूडेंट्स ने जब एडमिशन लिया था तब मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कालेजो में ही लिया था, इसमें स्टूडेंटस की कोई गलती नहीं है, जीएनएम स्टूडेंट्स के रिजल्ट घोषित किए जाए, यूनिवर्सिटी में कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए, योग्य अधिकारियों को अन्य यूनिवर्सिटी से मेडिकल यूनिवर्सिटी में लाया जाए, जिससे सुचारू रूप से व्यवस्था चलती रहे।

एनएसओं ने दो टूक कहा कि अगर संगठन की मांगे नही मानी गई तो संगठन द्वारा एवं लाखो नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टूडेंट्स व उनके परिवार जनों द्वारा विधानसभा चुनावों में विरोध प्रदर्शन कर वोटिंग का बहिष्कार किया जायेगा और भूख हड़ताल जारी रखी जायेगी। 



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