अब कांग्रेस मतदाताओं के घर भी सेंध लगाएगी भाजपा

Sep 04, 2024

- चुनाव की तर्ज पर चलेगा सदस्यता अभियान

   भोपाल। भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में चुनाव की तरह सदस्यता अभियान चलाएगी। सबसे पहले उन लोगों से संपर्क करने का लक्ष्य तय किया गया है, जो भाजपा के मतदाता नहीं है। प्रदेश में 7,225 बूथ ऐसे हैं, जो कमजोर हैं। यहां पार्टी पिछले तीन चार चुनावों में कांग्रेस से पिछड़ती रही है। बूथ स्तर से ही ऐसे मतदाताओं को भाजपा अपनी विचारधारा से जोड़ने का प्रयास करेगी, जो पीढ़ी दर पीढ़ी कांग्रेस को वोट कर रहे हैं। अभियान के पहले दिन भी सदस्य बनने वालों की भारी संख्या के कारण डिजिटल ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई थी। कई नेताओं के फार्म समिट नहीं हो पा रहे थे। आज प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री मोहन यादव और मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को सदस्यता दिलाकर संगठन पर्व की शुरूआत की।

 संगठन पर्व का शुभारंभ

 शर्मा ने मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं मंत्रिमंडल के सदस्यों को मिस्डकॉल के माध्यम से (रेफरल कोड 1सी7डी4डी) सदस्यता दिलाकर मध्य प्रदेश में संगठन पर्व का औपचारिक शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री यादव के सदस्य बनने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा एवं प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने उनका मुंह मीठा कराया। इस अवसर पर ढोल-ढमाकों के साथ आतिशबाजी भी की गई।

   सीएम ने बताया, 62 हजार माइक उतारे गए

डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर प्रदेश से 62 हजार माइक उतारे गए हैं। विकास की अवधारणा पर कार्य करते हुए प्रदेश के सभी 55 जिलों में नई शिक्षा नीति के तहत प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज की स्थापना की गई। 1977 में नर्मदा जल को लेकर जो समझौता हुआ उसे वर्षों तक क्रियान्वित नहीं किया गया। वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनी, उसके बाद नर्मदा जल का उपयोग कर प्रदेश के मालवा-निमाडं आंचल को हराभरा करने के लिए कार्य किया गया।

   वीडी शर्मा ने कहा, ये देश निर्माण का अभियान

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि संगठन पर्व सत्ता के लिए नहीं, परिवार विस्तार व देश निर्माण का अभियान है। आपके सदस्य बनने से गरीबों के कल्याण की सरकार बनेगी। आप सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को ताकत देने के लिए सदस्य बनें।

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 मंडीदीप रोड पर फिर लाल बस में ड्राइवर से मारपीट, अब बस मालिक पर भी होगी कार्यवाही

  भोपाल। राजधानी में  भोपाल में लो-फ्लोर बस रोककर पैसे मांगने और ड्राइवर-कंडक्टर से मारपीट की घटनाओं को रोकने के लिये अब बीसीएलएल केवल मारपीट करने वालों पर ही नहीं बल्कि बस मालिकों पर भी शिकंजा कसेगा ताकि आगे ऐसी दिक्कत न हो। आवश्यकता पड़ी तो वह पुलिस कर्मी अथवा बाउंसर तैनात परने के विकल्प पर भी विचार करेगा।

आज फिर हुई मारपीट

 लाल बसों के ड्राइवर के साथ आज   11 मिल इलाके में एक चलती सिटी बस में दो युवकों ने गुंडागर्दी की। फिल्मी स्टाइल में वे बस में चढ़े और ड्राइवर को लात-घूंसों से पीटने लगे। इससे ड्राइवर को गंभीर चोंट आई हैं। युवकों ने ड्राइवर को बचाने आए यात्रियों को भी धमकाया। इससे उनमें दहशत फैल गई। वे इतने डर गए कि बसों से उतरकर भागने लगे। पूरी घटना बस में लगे  कैमरे में कैद हो गई।  इस घटना के बाद बीसीएलएल बसों में यात्रियों की सुरक्षा के लिये पुलिस कर्मी अथवा बाउंसर भी रखने के विकल्प पर विचार कर रहा है।

 हर महीने सामने आते हैं मारपीट के मामले

 प्राइवेट बस संचालक अपनी बसों में अधिक से अधिक सवारियां बैठाना चाहते हैं। इसके चलते कई बार सिटी बस के ड्राइवर और कंडक्टर से विवाद किया जाता है। हर महीने इस तरह के मामले सामने आते हैं। मंगलवार को जिस सिटी बस के ड्राइवर विवेक के साथ लात-घूंसों से मारपीट की गई। उसने बताया कि प्राइवेट बस के कर्मचारी अक्सर धमकी देते हैं कि एक किमी आगे-पीछे न रहे। सवारी हम ही बैठाएंगे। मंडीदीप से भोपाल में ही सवारी बैठाए। रास्ते में कहीं भी सवारी को न बैठाया जाए।

   हाईकोर्ट के आदेश के बाद  चलने लगी थी 45 बसें

 करीब एक साल पहले हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम की सीमा के बाहर 25 किलोमीटर के दायरे में आ रहे भोपाल से मंडीदीप और बिलकिसगंज के लिए बसों का संचालन बीसीएलएल ने बंद कर दिया था। आठ महीने पहले मंडीदीप के लिए सेवा फिर से शुरू कर दी गई। दो में से एक बस आॅपरेटर ने 25 जनवरी और दूसरे ने 26 जनवरी को बसों का संचालन शुरू किया। इसके बाद इस रूट पर कुल 45 बसें दौड़ने लगी। इस रूट पर हर रोज 20 हजार से ज्यादा यात्री सफर करते हैं।

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इनका कहना है टना है ...

शहर में चलने वाली लाल बसों में यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिये बीसीएलएल कटिबद्ध है। इस तरह की घटना के बाद अब उन बस मालिकों के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी जो इन लोगों को आगे करते हैं।  आवश्यकता पड़ने पर सादी वर्दी में पुलिस कर्मी भी विशेष रूट पर भेजे जा सकते हैं।

 मनोज राठौर

एमआईसी मेंबर, यातायात एवं परिवहन,बीसीएलएल

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