अधिकारियों के लिये एटीएम बने मैरिज गार्डन
Sep 11, 2024
- शादियों की बुकिंग शुरू होते ही बंद हुआ मैरिर्ज गार्डनो ंका सर्वे
भोपाल। राजधानी में बिना अनुमति संचालित किए जा रहे मैरिज गार्डन, मैरिज हॉल, होटल, फार्म, सामुदायिक केंद्र, क्लब, वैंक्वेट हॉल और धर्मशाला में तालाबंदी का अभियान फिलहाल बंद ही नजर आ रहा है। खास बात यह है कि शहर में जल्द ही अब शादियों का मौसम शुरू होने वाला हैऔर उसके लिये मैरिज गार्डनों, होटलो आदि की बुकिंग का काम शुरू हो गया है। ऐसे में वैध और अवैध गार्डनों की मेपिंग बंद होना चर्चा काविषय है। नगर निगम की हाल ही में हुई बैठक में कांग्रेसी पार्षद शहर में चल रहे अवैध मैरिज गार्डनों की मनमानी और उन पर निगम के अधिकारियों की मेहरबानी का मुद्दा किसी पार्षद ने नहीं उठाया। निगम के कुछ अधिकारियों के लिये मैरिज गार्डन एटीएम बने हुए हैं उनको वह जब चाहे हैं कैश कर लेते हैं फिर चुप बैठ जाते हैं।
निगम को क्या क्या करना था
- पहले चरण में नगर निगम की बिल्डिंग परमीशन ने शहर के 25 मैरिज गार्डनों को अनुमति के कागजात पेश करने के लिये नोटिस दिया था।
- नोटिस में 15 दिन की मियाद बीतने के बाद उन पर तालाबंदी कर उनका नल और लाइट का कनेक्शन भी काटना था। पर उसने ऐसा कुछ नहीं किया।
- नोटिस के अलावा अन्य मैरिज गार्डनों की पड़ताल की जो कार्यवाही की थी उसमें फायर आॅडिट की तरफ ध्यान नहीं दिया।
- शहर के सभी मैरिज गार्डनों में वाटर हार्वेस्टिंग की क्या पोजीशन है उस पर भी ध्यान दिया जाना था लेकिन उस तरफ कोई सर्वे नहीं किया गया।
- लालघाटी, एयरपोर्ट रोड, होशंगाबाद रोड, रातीबड़ रोड, रायसेन और विदिशा रोड में खेतों में बने मैरिज गार्डनों को भी निगम को सूचीबद्ध करना था लेकिन इस तरफ भी कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हुई।
---
निगम के पास गार्डनों की पूरी जानकारी नहीं
गौरतलब है कि शहर में करीब 200 मैरिज गार्डन और मैरिज हॉल समेत ऐसे स्थान हैं, जहां शादी समारोह समेत अन्य तरह के आयोजन किए जाते हैं। ऐसे सभी स्थानों का संचालन करने वालों को इसके लिए बिल्डिंग परमिशन शाखा से विधिवत अनुमति लेना होती है। लेकिन, 50 प्रतिशत से भी अधिक ऐसे हैं जिन्होंने अनुमति नहीं ली है और लंबे समय से बुकिंग लेकर आयोजन करा रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ नगर निगम की ओर से कई बार प्रैशर बनाया गया लेकिन बाद में सब ठंडा हा ेगया। हकीकत तो यह हैकि जोनल लेवल पर ही निगम के पास यह जानकारी पूरी नही है कि किस जोन में कितने मैरिज गार्डन चल रहे हैं और उनमें से कितने वैध हैं।