12 सौ करोड़ में संवर रहा महाकाल लोक
Oct 03, 2023
उज्जैन में 5 अक्टूबर को मनेगी दिवाली
उज्जैन । उज्जैन में श्री महाकाल लोक का संवारने का काम लगातार चल रहा है। महाकाल लोक परिसर का विस्तार भी हो रहा है। दूसरे चरण के कई काम पूरे हो गए हैं जिनका लोकार्पण 5 अक्टूबर की शाम 7 बजे होगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान नवनिर्मित अन्नक्षेत्र का भी लोकार्पण करेंगे। इस मौके को यादगार बनाने के लिए इस दिन दिवाली जैसे हर घर में दीप जलाए जाएंगे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण आतिशबाजी रहेगी।
उज्जैन में श्री महाकाल लोक का संवारने का काम लगातार चल रहा है। महाकाल लोक परिसर का विस्तार भी हो रहा है। दूसरे चरण के कई काम पूरे हो गए हैं जिनका लोकार्पण 5 अक्टूबर की शाम 7 बजे होगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान नवनिर्मित अन्नक्षेत्र का भी लोकार्पण करेंगे। इस मौके को यादगार बनाने के लिए इस दिन दिवाली जैसे हर घर में दीप जलाए जाएंगे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण आतिशबाजी रहेगी।
5 अक्टूबर को महाकाल लोक के दूसरे चरण के लोकार्पण कार्यक्रम को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है। कार्यक्रम स्थल पर अलग-अलग सांस्कृतिक मंचों पर कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। मुख्य आकर्षण आतिशबाजी रहेगी जिससे आकाश सतरंगी और दर्शक आनंदित हो जाएंगे। इसमें शहरवासियों की भागीदारी भी बढ़ाई जा रही है। इसके लिए घर-घर दीपक प्रज्वलित करने की अपील की गई है। लोकार्पण की संध्या को हर घर दीप प्रज्वलित करते हुए संपूर्ण शहर में उत्साह का माहौल निर्मित होगा।
लागत 1200 करोड़ हुई
पूर्व में महाकाल लोक प्रोजेक्ट के दोनों चरणों की लागत करीब 700 करोड़ रुपए तय की गई थी। इसे बढ़ाकर 850 करोड़ रुपए कर दिया गया था। अब महाकाल लोक प्रोजेक्ट की लागत 11 सौ करोड़ रुपए से ऊपर पहुंच गई है। दूसरे चरण की कुल लागत 778 करोड़ रुपए हो चुकी है। प्रथम चरण के कार्यों का पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण किया था। प्रथम चरण में 351.55 करोड़ व लोकार्पण के पूर्व के नूतन स्कूल, गणेश नगर स्कूल, सौर ऊर्जा संयंत्र व फर्नीचर आदि के 44.32 करोड़ के कार्यों सहित परियोजना के दोनों चरणों की कुल लागत 1174.73 करोड़ रुपए है। महाकाल लोक परिसर का विस्तार भी हो रहा है। अब यह बढक़र एक लाख वर्ग फीट का हो जाएगा।
महाकाल लोक के दूसरे चरण में ये हो रहा
महाराजवाड़ा परिसर का उन्नयन व हैरिटेज धर्मशाला के पुनरउपयोग, महाराजवाड़ा बेसमेंट पार्किंग व वेण्डर क्षेत्र निर्माण, नीलकंठ वन मार्ग विकास, नीलकंठ वन विकास, रूद्र सागर पुनरूद्धार,छोटा रुद्रसागर लेकफ्रंट निर्माण, रुद्रसागर पर पैदल पुल, शिखर दर्शन, आपातकालीन प्रवेश व निर्गम मार्ग, लेजर और वाटर स्क्रीन शो, श्री महाकालेश्वर मन्दिर में भूमिगत प्रतीक्षालय, मन्दिर परिसर का फसाड, आन्तरिक परिसर का विकास, नन्दी हॉल का सौंदर्यीकरण, महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में महाराजवाड़ा परिसर का सम्मिलन, श्री महाकाल लोक स्थित स्टेच्यू प्लांटर का संरक्षण, मन्दिर पहुंचने के लिए चार सुगम मार्ग, हरिफाटक पार्किंग, सीसीटीवी निगरानी व एक्सेस नियंत्रण प्रणाली, रामघाट का सौंदर्यीकरण, त्रिवेणी संग्रहालय का विस्तार, दान द्वारा धर्मशाला व अन्नक्षेत्र का निर्माण, उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकाल मन्दिर तक रोप-वे, पुलिस थाना व पुलिस क्वाटर का विस्थापन, त्रिवेणी संग्रहालय के सामने पार्किंग भोजनशाला का विस्तार। इन सभी कार्यों की कुल लागत 778 करोड़ रुपए है। इन कार्यों में से आयोजन में 200 करोड़ रुपए से अधिक के कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा।
इनमें 27 करोड़ के दान से बना अन्न क्षेत्र भी शामिल है। तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार सबसे पहले मुख्यमंत्री नीलकंठ मार्ग (बेगमबाग) पहुंचेंगे और म्युरल वॉल, पार्किंग व अन्य निर्माण कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद वे त्रिवेणी संग्रहालय के सामने पार्किंग परिसर में बने अन्न क्षेत्र व आर-22 मार्ग पहुंचेंगे। यहां से महाराजवाड़ा हेरिटेज होटल, छोटा रुद्रसागर तपोवर, अनुभूति वन का भ्रमण और लोकार्पण करेंगे। पुजारी यश गुरु ने बताया कि श्री महाकाल अन्न क्षेत्र का निर्माण दान की राशि किया गया है। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य व पुजारी प्रदीप गुरु के यजमान इंदौर के विनोद अग्रवाल ने भवन निर्माण के लिए 27 करोड़ रुपए दान स्वरूप दिए हैं। एक अन्य यजमान गुडग़ांव के प्रवीण अरोरा ने 5 करोड़ रुपए की राशि दान की जिससे अन्नक्षेत्र में भोजन बनाने आदि के लिए अत्याधुनिक मशीनें ली गई हैं।