देर शाम जमकर बरसे बदरा
Sep 18, 2024
तेज हवा के बाद हुई झमाझम बारिश, घनघोर अंधेर के बीच कई कालोनियों की बिजली गुल
सड़कों पर जमा हुआ दो फीट पानी, आवाजाही में लोगों को आई परेशानी
भोपाल। राजधानी भोपाल सहित प्रदेशभर मेें एक बार फिर से बारिश का सिलसिला शुरु हो गया है। मंगलवारको दिनभर हल्की बूंदाबांदी और धूप-छांव के बाद शाम को बादल जमकर बरस पड़े। मंगलवार शाम सवा 6 बजे से भोपाल में तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। इससे शहर के कई इलाके तरबतर हो गए हैं। दूसरी ओर, 50 से अधिक कॉलोनियों में बिजली भी गुल हो गई है।
मौसम विभाग ने दो दिन तेज बारिश का अलर्ट भी जारी किया था, लेकिन सुबह से धूप और उमस वाला मौसम रहा। कुछ इलाकों में दोपहर में बूंदाबांदी भी हुई, लेकिन गर्मी और उमस से वह राहत नहीं दे रही थी। शाम 5 बजे मौसम ने करवट बदली और ठंडी हवाएं चलने लगी। सवा छह बजे एमपी नगर, अयोध्या बायपास, रायसेन रोड, एमपी नगर, तुलसी नगर, न्यू मार्केट, करोंद समेत कई इलाकों में बारिश का शुरू हो गया। 4 दिन के बाद तेज बारिश होने से उमस से थोड़ी राहत भी मिल गई है। मौसम विभाग ने रात में भी मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने का अनुमान जताया है। राजधानी में पिछले साल सामान्य से 18फीसदी कम यानी, 82फीसदी (30.9 इंच) बारिश हुई थी, जबकि इस साल 49.5 इंच पानी गिर चुका है। यानी, पिछले साल से इस बार 18.6 इंच पानी ज्यादा गिरा है। दूसरी ओर, इस बार सामान्य से 31त्न पानी ज्यादा गिर चुका है। यह आंकड़ा पचास इंच पर पहुंचने के पूरे आसार है।
सितंबर का कोटा भी पूरा
सितंबर में बारिश का कोटा 7 इंच है। इस बार अब तक 7.7 इंच पानी गिर चुका है। यानी, कोटे से ज्यादा बारिश हो चुकी है। बता दें कि सितंबर में अच्छी बारिश होती है। 65 साल पहले वर्ष 1961 में पूरे महीने 30.2 इंच बारिश होने का रिकॉर्ड है। पिछले साल सितंबर में 12.8 इंच बारिश दर्ज की गई थी।
आज फिर खुल सकते है भदभदा,कलियासोत डेम के गेट
इस बार अच्छी बारिश होने से भोपाल के सभी डैम और तालाब फुल हो गए हैं। भोपाल के पास कोलार डैम का फुल टैंक लेवल 462.2 मीटर हो गया है। वहीं, बड़ा तालाब फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है। ऐसे में भदभदा और फिर कलियासोत डैम के गेट भी लगातार खुल रहे हैं। केरवा भी फुल है। भोपाल में बारिश का दौर जारी रहने पर डैम के गेट फिर से खुल सकते हैं। इस सीजन में भदभदा के 8 बार, केरवा के 5 बार, कोलार के 6 बार और कलियासोत के 10 बार गेट खोले जा चुके हैं। सबसे पहले कोलार डैम के जुलाई में 8 में से 4 गेट खुले थे। भदभदा, कलियासोत और केरवा के अगस्त में गेट खोले गए।