
पेट्रोल, डीजल जीएसटी के दायरे में आया तो कम होंगी कीमतें
Jun 12, 2024
नई दिल्ली । घरेलू बाजार में पेट्रोल, डीजल की कीमतें कम हो सकती है। ऐसा इसके जीएसटी के दायरे में आने के कारण होने की संभावना है। अभी ये दोनो ही इस दायरे से बाहर हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के पेट्रोलियम मंत्री बनने के बाद से ही ईंधन की कीमतें घटने की संभावनाएं जतायी जा रही हैं। इसका कारण है कि सरकार पेट्रोल, डीजल और प्राकृतिक वस्तुओं को जीएसटी (जीएसटी) के दायरे में ला सकती है। अगर ऐसा हुआ तो ईंधन की कीमतें घटना तय है। पिछले कार्यकाल में भी पुरी ने कहा था कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के प्रयास हो रहे हैं। जोर दिया है. यहां तक कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी पिछले साल नवंबर में कहा था कि इसे लागू करने से लोगों को फायदा होगा.
साथ ही कहा कि इसे जीएसटी के तहत लाने के लिए राज्यों से भी बात करन होगी क्योंकि उसे इसी से सबसे अधिक राजस्व मिलता है। वहीं अगर पेट्रोल और डीजल पर मौजूदा टैक्स सिस्टम को खत्म कर जीएसटी लागू किया गया तो इनकी कीमतें काफी कम हो सकती हैं। अभी पेट्रोल की खुदरा कीमत में लगभग 55 फीसदी हिस्सा केंद्र और राज्य के करों का हिस्सा है।
मौजूदा समय में जीएसटी में करों को चार स्लैब – 5 फीसदी, 12 फीसदी, 18 फीसदी और 28 फीसदी में बांटा गया है। ऐसे में अगर 28 फीसद वाले सबसे महंगे स्लैब में ईंधन को रखा गया तब भी पेट्रोल की कीमतें मौजूदा रेट से काफी कीम हो जाएगी।