इंदौर-खंडवा राजमार्ग पर तीसरी सुरंग बनाने मिली हरी झंडी
Mar 19, 2024
वन व पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से वन विभाग को भेजा पत्र
भोपाल । प्रदेश के इंदौर-खंडवा-एदलाबाद राजमार्ग पर तीसरी सुरंग बनने का रास्ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार की ओर से इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई। वन व पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से वन विभाग मुख्यालय को इस आशय का पत्र भेजा गया है। इसमें 550 मीटर लंबी सुरंग को अनुमति देने का उल्लेख है। इसके बनने से चोरल वनक्षेत्र के पांच सौ से ज्यादा पेड़ों को कटने से बचाया जा सकेगा। अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) जल्द ही तीसरी सुरंग के लिए पहाड़ की खोदाई करेगा। यह काम अप्रैल से शुरू होगा। इस संबंध में एनएचएआइ ने मेघा कंस्ट्रक्शन एजेंसी को निर्देश दिए हैं। 216 किमी लंबे राजमार्ग के लिए इंदौर-बड़वाह वनमंडल की 82 हेक्टेयर वनभूमि अधिग्रहित की गई है। शुरुआत में प्रोजेक्ट के अंतर्गत दो सुरंग बनाई जानी थीं। इस दौरान 9881 पेड़ों को काटा जाना था।
अक्टूबर 2023 में एजेंसी ने कुछ स्थानों पर वन विभाग की अनुमति बिना अलाइटमेंट बदल दिया। मामले की जानकारी लगने के बाद वन विभाग ने एनएचएआई को दोबारा प्रोजेक्ट में संशोधन करने को कहा। इस दौरान कुछ हिस्से में विभाग ने काम रोक दिया। नवंबर 2023 में संशोधित प्रस्ताव भेजा गया, जिसमें तीन स्थानों पर अलाइनमेंट बदलने और एक सुरंग बनाने पर जोर दिया। चार महीने बीतने के बाद मंत्रालय ने संशोधित प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है। अब पूरे प्रोजेक्ट में 9461 पेड़ों की बली चढ़ेगी। तीसरी सुरंग बनाई जाने से 520 पेड़ों को नहीं काटा जाएगा। ये बाईग्राम के आगे इस सुरंग के लिए पहाड़ी के बीच में से रास्ता निकाला जाएगा, जो चोरल के जंगलों से गुजरेगा। राजमार्ग पर तीसरी सुरंग को मंजूरी मिल चुकी है, जो प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी सुरंग बताई जा रही है। तीनों सुरंग इंदौर वनमंडल के वनक्षेत्र में आने वाले पहाड़ों को खोदकर बनाई जा रही है। भेरूघाट (300), बाईग्राम (500) और चोरल (550) मीटर की सुरंग रखी गई है।
कुल मिलाकर वाहनों को 1350 मीटर यानी सवा किमी से अधिक की दूरी सुरंग से गुजरकर करना होगी। राजमार्ग का प्रोजेक्ट जनवरी 2025 तक पूरा किया जाना है, लेकिन एनएचएआई ने तीन महीने अवधि बढ़ा दी। अब अप्रैल तक एजेंसी को सड़क बनाकर देना है, क्योंकि जुलाई से सितंबर के बीच बरसात में सड़क व सुरंग दोनों का काम बंद रहेगा। इस दौरान एजेंसी सड़क के दोनों हिस्सों का काम को अंतिम रूप देगी। इस बारे में इंदौर वनमंडल के डीएफओ महेंद्र सिंह सोलंकी का कहना है कि इंदौर-खंडवा राजमार्ग के लिए वन विभाग मुख्यालय से पत्र मिला है। इसमें वन व पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से तीसरी सुरंग को अनुमति दिए जाने का जिक्र है। इसके बारे में एनएचएआई को पत्र भेजा गया है। इससे कुछ पेड़ कम कटेंगे।