जाली को हटाकर भी अंदर के पेड़ काटे जा रहे हैं
Ags 13, 2024
भोपाल. राजधानी में केरवा-कलियासोत के घने जंगलों का उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। जबकि यहां बाघ भ्रमण करते हैं। बाघों को बाहर आने से रोकने के लिए यहां जाली लगाई गई है। लेकिन अब जाली को हटाकर भी अंदर के पेड़ काटे जा रहे हैं। यही नहीं रात में छोटे पेड़ों को जेसीबी से कुचलकर नष्ट किया जा रहा है। दिन में जाली फिर से बंद कर दी जाती है। यहां पर किसी प्रोजेक्ट के आने की संभावना जताई जा रही है।
केरवा के जंगल में 11 शटर के बगल से जाने वाले रास्ते पर बाघ को बाहर आने से रोकने के लिए वन विभाग ने करीब 12 किमी क्षेत्र में एक करोड़ की लागत से जाली लगवाई है। लेकिन इस जाली को खेतों के पास से काट दिया गया और रात में जेसीबी मशीनें चलाई जा रही हैं। इस संबंध में एनजीटी में वन क्षेत्र नष्ट होने का केस लगाने वाले राशिद नूर खान ने वन विभाग के अधिकारियों को शिकायत की। इसके बाद यह जाली दोबारा बंद करवा दी गई। लेकिन पेड़ अभी भी कटे हुए हैं। इसके साथ जेसीबी से कुचले हुए पेड़ भी दिखाई दे रहे हैं। खान ने बताया कि संरक्षित वन घोषित होने के बाद तो यहां पर किसी भी प्रकार की गतिविधि जंगल में नहीं होना चाहिए। इसके बावजूद जंगलों को लगातार खत्म किया जा रहा है। ऐसा लगता है किसी बड़े प्रोजेक्ट के लिए जंगल साफ किया जा रहा है।