कमल नाथ के करीबी दीपक सक्सेना ने भी छोडी कांग्रेस

Apr 06, 2024

थाम लिया भाजपा का दामन, कई दिनों से जारी थी चर्चा

 भोपाल । प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीब नेता दीपक सक्सेना ने भी कांग्रेस का साथ छोड दिया है। उन्होंने शुक्रवार देर रात भाजपा का दामन थाम लिया है। उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा लंबे समय से चल रही थी। श्री सक्सेना कल देर रात प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ले ली। इसके पहले अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह, छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके सहित वरिष्ठ नेता भाजपा का दामन थाम चुके हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने सक्सेना के निवास पहुंचकर उनसे बंद कमरे में 20 मिनट चर्चा की थी। तब से ही उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा थी । छिंदवाड़ा में कमल नाथ का सबसे विश्वस्त दीपक सक्सेना को माना जाता है। वे ही उन्हें राजनीति में लेकर आए। छिंदवाड़ा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक का अध्यक्ष बनवाया। दो बार मंत्री और 2018 में विधानसभा का सामयिक अध्यक्ष बनवाया।

सक्सेना और कमल नाथ के बीच संबंध का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2018 में छिंदवाड़ा से चुने जाने के बाद उन्होंने कमल नाथ के लिए अपनी सीट छिंदवाड़ा से त्यागपत्र दे दिया था और यहां से पहली बार कमल नाथ विधायक चुने गए थे। वे तब और कांग्रेस छोड़ने से पहले विधायक प्रतिनिधि थे लेकिन पिछले कुछ समय से अपनी उपेक्षा से आहत थे, इसलिए उन्होंने विधायक प्रतिनिधि और संगठन के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया था। उनका भाजपा की सदस्यता लेना निश्चित तौर पर कमल नाथ और नकुल नाथ के लिए बड़ा झटका है। नकुल नाथ छिंदवाड़ा से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं और उनका मुकाबला भाजपा के विवेक बंटी साहू से है, जो विधानसभा चुनाव में कमल नाथ से पराजित हो गए थे।

मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि अब की बार 29 पार...। दीपक जहां जलता है अंधेरा वहां हटता है। कहा जाता था कि छिंदवाड़ा हमारे वजह से चलता है, लेकिन मैं बधाई देना चाहूंगा दीपक सक्सेना और महापौर, कमलेश शाह ने छिंदवाड़ा को उसका गौरव बढ़ाया। लोकतंत्र को अपमानित करने का काम छिंदवाड़ा में हुआ है। दीपक ने मौके पर अपनी सीट छोड़ दी लेकिन उन्होंने (कमल नाथ) ने मौका आने पर अपने बेटे को सीट दे दी। ऐसे उल्टे काम करने वालो को सीधा करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आता है। मोदी जो कहते है करते है आज मुझ जैसे छोटे से कार्यकर्ता को कहां से कहां उठाकर मंत्री से मुख्यमंत्री बनाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा में योग्यता को अहमियत दी जाती है, आपका पूरा मान सम्मान पार्टी में रखा जाएगा। शनिवार को एक बार फिर भाजपा प्रदेश कार्यालय में आप सभी का स्वागत किया जाएगा। बता दें कि दीपक सक्सेना से पहले उनके पुत्र अजय सक्सेना 21 मार्च को अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं। तब से ही कयास लगाए जा रहे थे कि दीपक भी जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। हालांकि, उन्होंने मनाने-समझाने का कमल नाथ ने बहुत प्रयास किया। दो दिन पूर्व ही कमल नाथ उनके आवास पहुंचे थे लेकिन बात नहीं बनी। 


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