भाजपा में जल्द वापसी करेंगे दीपक जोशी

Mar 12, 2024

कांग्रेस नेता अरुणोदय चौबे व बागरी हुए शामिल

  भोपाल । पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र और पूर्व राज्य मंत्री दीपक जोशी की भाजपा में घर वापसी टल गई है। श्री जोशी सोमवार को भाजपा में शामिल होने वाले थे। भाजपा से नाराज होकर जोशी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उनको कांग्रेस ने खातेगांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया था। हालांकि हार गए। अब उन्होंने भाजपा में वापसी का मन बना लिया है, लेकिन सोमवार को उनकी ज्वाइनिंग नहीं हो पाई। इसकी वजह सामने नहीं आई लेकिन माना जा रहा है कि वह जल्द वापसी करेंगे। मालूम हो कि सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे, गुन्नौर के पूर्व विधायक शिवदयाल बागरी व अलीराजपुर जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष कमरुद्दीन सहित सात नेता सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं न्यू ज्वाइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक डा. नरोत्तम मिश्रा ने अंगवस्त्र पहनाकर उनका स्वागत किया।  इस अवसर पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, नागर सिंह चौहान, पार्टी की प्रदेश मंत्री लता वानखेड़े, विधायक शैलेंद्र जैन, प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल एवं सागर जिला अध्यक्ष गौरव सिरौठिया उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि अरुणोदय चौबे के भाजपा में शामिल होने से सागर में लोकसभा चुनाव प्रचंड मतों से जीतेंगे।

लता वानखेड़े की जीत आज ही अजेय हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी में शामिल होने वालों को यहां सम्मान मिलेगा, क्योंकि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का परिवार है। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने पार्टी में शामिल हुए नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि आप सभी को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परिवार की अनुभूति होगी। आज प्रदेश के विभिन्न क्षेत्र के कांग्रेस के बड़े नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ली है।

कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए अरुणोदय चौबे ने कहा कि कांग्रेस से मेरा टिकट फाइनल था, लेकिन मैंने इन्कार कर दिया, क्योंकि मैं प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों और भारत के विश्व पटल पर बढ़ रहे मान-सम्मान से प्रभावित हूं। 40 साल मैंने कांग्रेस की सेवा ईमानदारी से की, लेकिन भाजपा की नीतियों ने प्रभावित किया है।  बता दें कि बागरी 2018 में कांग्रेस विधायक थे। उनका टिकट काटकर इस बार जीवन लाल सिद्धार्थ को टिकट दिया था, जिसके बाद से वह कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। 


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