योजना का समुचित प्लान तैयार करने का लिया निर्णय

Feb 22, 2024

भोपाल। प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकाल महालोक में यात्रियों की सुविधाओं के लिए टॉय ट्रेन चलाई जाएगी। इस योजना का समुचित प्लान तैयार करने का निर्णय भी लिया।  कल कलेक्टर नीरजकुमार सिंह की अध्यक्षता में महाकाल महालोक स्थित कंट्रोल रूम में हुई मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में समिति सदस्य पं.राम पुजारी व राजेंद्र शर्मा गुरु ने इसका प्रस्ताव रखा। चर्चा में सदस्यों ने प्रस्ताव पर सहमति जताई। इसके बाद बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। श्री महाकाल महालोक का क्षेत्रफल काफी बड़ा है। वर्तमान में वृद्ध, दिव्यांग, महिला तथा बच्चों को महालोक का भ्रमण करने तथा दर्शन के लिए मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर पहुंचने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है।

वर्तमान में मंदिर समिति यात्रियों की सुविधा के लिए ई कार्ट का संचालन करती है, लेकिन इनकी संख्या कम है। यात्रियों को पूर्ण रूप से इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता है। इसलिए राजेंद्र शर्मा गुरुजी व पं.राम पुजारी ने टॉय ट्रेन के संचालन का प्रस्ताव रखा गया है। इससे यात्री सुविधा से महालोक का भ्रमण तथा मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर तक पहुंच सकते हैं। बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, महंत विनीत गिरिजी महाराज, एसपी प्रदीप शर्मा, प्रशासक संदीप कुमार सोनी, निगम आयुक्त आशीष पाठक सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। बैठक में चिंतामन स्थित लड्डू प्रसाद युनिट को नवनिर्मित महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र के समीप स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया। चिंतामन में लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई होने से मंदिर तक प्रसाद के परिवहन में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इससे प्रसाद की लागत भी बढ़ जाती है।

अन्नक्षेत्र के समीप यूनिट स्थापित होने से वितरण व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। इस हेतु 20 करोड़ 23 लाख 69 हजार रुपये की लागत से यूनिट निर्माण करने का निर्णय लिया गया। बैठक में श्रद्धालुओं को धूप, बारिश से बचाने के लिए महाकाल मंदिर के गेट नं.10 से मानसरोवर प्रवेश द्वार, फैसिलिटी सेंटर एक तथा गेट नं.1 के सामने तक आरनामेंटल शेड बनाने का निर्णय लिया गया। इस हेतु 3 करोड़ 96 लाख 99 हजार रुपये की स्वीकृति के साथ प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। बैठक में महाकालेश्वर प्रशासनिक कार्यालय के विस्तारीकरण को लेकर चर्चा हुई। प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया महाकाल मंदिर परिक्षेत्र विस्तारित होने से कार्य में भी बढ़ोतरी हो रही है।

वर्तमान में मंदिर की कुछ शाखाएं फैसिलिटी सेंटर के प्रथम तल व अन्य स्थानों पर संचालित हो रही है। कार्यसुविधा की दृष्टि से सभी शाखाएं एक स्थान पर लगें इस हेते प्रशासनिक भवन का विस्तार किया जाना आवश्यक है। इस पर स्वीकृति देते हुए 9 करोड़ 72 लाख रुपये की लागत से निर्माण किए जाने का निर्णय लिया गया। श्री महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्थान परिसर में स्थित मंदिर की गोशाला के विस्तारीकरण को लेकर भी चर्चा हुई। बताया गया कि परिसर में गोशाला का आकार छोटा है। गोधन में वृद्धि होने से इनके रख रखाव में परेशानी आने लगी है। बताया जाता है इसके लिए शोध संस्थान के सामने मंदिर की खाली पड़ी 17 बीघा भूमि का उपयोग करने को लेकर चर्चा हुई। बताया जाता है बैठक में समिति सदस्य पं.राम पुजारी व राजेंद्र शर्मा ने कर्मचारियों के पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा करने का मुद्दा उठाया। सदस्यों ने कहा कि कर्मचारियों के साथ उनके परिवार पत्नी व बच्चों की मेडिक्लेम पॉलिसी मंदिर समिति को कराना चाहिए। सदस्यों ने सेवा निवृत्ति पर कर्मचारियों के एक निश्चित सम्मान निधि प्रदान करने की भी मांग की। इस पर सार्थक चर्चा हुई, कर्मचारियों को इसका लाभ प्राप्त होने का दरवाजा खुला है।

समिति सदस्य पुजारी प्रदीप गुरु ने दानदाता समिट कराने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर में निर्माण कार्यों से लेकर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सामग्री उपलब्ध कराने वाले बड़ी संख्या में दानदाता है। कई दानदाता ऐसे हैं जिन्होंने मंदिर में करोड़ों रुपये का दान दिया है। भविष्य की योजनाओं में यह और भी सहयोग कर सकते हैं। इन लोगों को मंदिर में चल रहे निर्माण कार्य तथा आगामी वर्षों में यात्री सुविधा के लिए किए जाने वाले कार्यों की जानकारी देने के लिए समिट का आयोजन करना चाहिए। साथ ही मंदिर समिति की ओर से दानदाताओं का सम्मान भी किया जाना चाहिए। इस विषय पर सार्थक चर्चा के बाद निर्णय की संभावना बनी है।


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