पर्यटक स्थलों पर उमड़ रही भीड़ ने बढ़ाई टेंशन, कोरोना बढ़ा सकता है मुश्किलें

Dec 26, 2023

नई दिल्ली। देश के कई हिस्सों में फैल रहे कोरोना ने एक बार फिर मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गोवा-महाराष्ट्र समेत दक्षिण के राज्यों में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। जिस तरह से गोवा में जेएन.1 के केस मिले हैं, पर्यटक स्थलों पर कोविड गाइडलाइन पालन करना अनिवार्य हो सकता है। कुछ राज्यों ने पहले ही मास्क अनिवार्य कर दिया है। कोविड के बढ़ते केस के बीच लोगों के मन में नए साल के जश्न को लेकर चिंता होना आम है।  हालांकि कोरोना को लेकर स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन जिस तरह से पर्यटक स्थलों पर लोगों की भीड़ जुट रही है। इससे चिंता बढ़ सकती है। केंद्र सरकार ने पहले ही कोरोना पर राज्यों को अलर्ट कर दिया है। 

इस बीच दिल्ली वालों के मन में चिंता पैदा हो रही है। दिल्ली में फिलहाल कोरोना मामले काफी कम आ रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में हर दिन कोविड-19 के औसतन तीन से चार नए मामले सामने आ रहे हैं और सरकार कोरोना वायरस संक्रमण के संभावित प्रसार से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

वहीं दिल्ली से सटे नोएडा में शनिवार को कोरोना के दो और मरीज मिले हैं। इनमें से एक शख्स कोलकाला से लौटा था। जानकारी के अनुसार 24 दिसंबर तक देशभर में इस वैरिएंट के कुल केस 63 हो गए। डराने वाली बात ये है कि एक दिन पहले तक ये केस सिर्फ 22 थे, यानी इसमें करीब तीन गुना इजाफा हो गया। नए वैरिएंट को लेकर एक्सपर्ट्स ने पैनिक न करने की सलाह दी है। राहत की बात ये है कि जेएन.1 के मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं है। इस बीच एक्सपर्ट्स ने ये भी बताया कि जेएन.1 वैरिएंट बिल्कुल  एक्सबीबी वैरिएंट की तरह है। इसकी पहचान करना भी मुश्किल है। कोराना वायरस पर अब तक के पांच बड़े अपडेट यहां जानिए।

स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के अनुसार सोमवार को देशभर में कोविड-19 के 628 मामले सामने आए। इसके बाद एक्टिव केस बढ़कर 4 हजार पार कर गए। इस वक्त देश में कोरोना के एक्टिव केस 4054 है। कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज केरल से सामने आ रहे हैं। चौबीस घंटे में केरल में कोविड के कुल 376 मामले सामने आए। यहां कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। केरल के बाद कोरोना का सबसे ज्यादा असर कर्नाटक और महाराष्ट्र में है।कोरोना के नए सबवैरिएंट जेएन.1 के मामले एक दिन में करीब तीन गुने बढ़ गए। सूत्रों के अनुसार 24 दिसंबर तक देश में वेरिएंट जेएन.1 के 63 केस मिल चुके हैं।

जेएन.1 के आधे से ज्यादा मामले दो राज्यों से हैं। सबसे ज्यादा 34 केस गोवा में हैं, वहीं महाराष्ट्र में दूसरे सबसे ज्यादा केस 9 मिले हैं। इन दिनों गोवा में भारी मात्रा में पर्यटक पहुंच रहे हैं। इसमें विदेशी टूरिस्ट भी शामिल हैं। गोवा और महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक में 8, केरल से 6, तमिलनाडु से 4 और तेलंगाना में 2 मामले मिले हैं। जानकार जेएन.1 को लेकर लगातार लोगों से पैनिक न करने की अपील कर रहे हैं।

अब तक इस वैरिएंट के 92 फीसदी से ज्यादा मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जेएन.1 के लक्षण फिलहाल काफी हल्के हैं। ज्यादातर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है। इसलिए चिंता की बात नहीं है। आमतौर पर मरीज घर पर ही चार-पांच दिनों में ठीक हो रहे हैं। इसके लक्षण आम वायरल जैसे ही हैं। जेएन.1 के मरीजों में खांसी-जुकाम, बुखार, शरीर में दर्द जैसे कॉमन लक्षण नजर आ रहे है।


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