काकड़ा आरती में सोमवार को उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब; हुआ नवरात्र महोत्सव का रंगारंग आगाज
Oct 16, 2023
झाबुआ : जिला मुख्यालय स्थित प्राचीन दक्षिणेश्वर कालिका माता मंदिर में नवरात्र के दूसरे दिन आज सोमवार को हुई काकड़ा आरती में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर में परंपरागत रूप से नवरात्र के दौरान प्रातः काल पांच बजे काकड़ा आरती होती है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेने हेतु नगर के विभिन्न हिस्सों से आते हैं। जिला मुख्यालय सहित जिले के विभिन्न नगरों एवं ग्रामीण इलाकों में रविवार को अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना के साथ ही नवरात्र महोत्सव की रंगारंग शुरुआत हो गई, ओर महोत्सव के मद्देनजर पिछले दिनों से बड़े स्तर पर की जा रही तैयारियों को विराम दे दिया गया। मंदिरों में बड़े सबेरे से ही विधिवत पूजन अर्चन अभिषेक एवं चंडी पाठ का सिलसिला शुरू हो गया था, जो कि दोपहर तक जारी रहा, ओर फिर रात्रि में गरबों की धूम रही। विधानसभा निर्वाचन ओर आचार संहिता की वजह से समारोह की भव्यता और हर्षोल्लास में किसी भी तरह कमी नहीं दिखाई दे रही है। विभिन्न नगरों में चौराहों पर विशाल शामियाने दिखाई दे रहे हैं, जहां आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। नवरात्र के पहले दिन जिले के थान्दला में राष्ट्र सेविका समिति द्वारा चुनरी यात्रा निकाली गई।
जिला मुख्यालय के अति प्राचीन दक्षिणेश्वर कालिका माता मंदिर, सर्व मंगला मंदिर एवं अंबे माता मंदिर, मेघनगर जनपद क्षैत्र में स्थित श्री स्वयंभू माता मंदिर, थांदला नगर में अहिल्या बाई होल्कर द्वारा स्थापित अंबेमाता मंदिर सहित जिले में विभिन्न नगरीय एवं ग्रामीण इलाकों में स्थित देवी मंदिरों में रविवार को प्रातः काल ब्रह्म वेला में पूजन अर्चन एवं पश्चात् विधि विधान पूर्वक श्री दुर्गा सप्तशती पाठ आरंभ कर दिया गया था। अनुष्ठान का यह क्रम दोपहर तक चलता रहा, ओर फिर रात में गरबे शुरू हो गये जो देर रात तक चलते रहे। झाबुआ स्थित दक्षिणेश्वर कालिका माता मंदिर में सुबह पांच बजे काकड़ा आरती सम्पन्न हुई । उक्त प्राचीन मंदिर में नौ दिनों तक परंपरागत रूप से काकड़ा आरती का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। नवरात्र के अवसर पर जिले के थान्दला में राष्ट्र सेविका समिति द्वारा चुनरी यात्रा निकाली गई। चुनरी यात्रा थान्दला के हनुमान अष्ट मंदिर मलुकदासजी की बावड़ी से शुरू हुई ओर पांच किलोमीटर की दूरी तय करते हुए श्री स्वयंभू माता मंदिर पहुंची, जहां बड़ी संख्या में मौजूद समिति सेविकाओं ने देवी पूजन कर यात्रा को विराम दिया।
जिला मुख्यालय स्थित कालिका माता मंदिर, सर्व मंगला मंदिर सहित राजबाड़ा चौक एवं राजगढ़ नाके पर स्थित गरबा स्थलों ओर जिले के विभिन्न स्थानों पर दोपहर अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना सम्पन्न हो गई, किंतु जिले में कुछ जगहों पर शामको घट स्थापना कर खंब गाड़ा गया। इस तरह विभिन्न स्थानों पर आयोजित गरबा महोत्सव स्थलों पर विधिवत रूप से खंब गाड़ दिए गए ओर फिर घट स्थापित कर दिए गए। सभी गरबा स्थानों पर नौ दिनों तक अनवरत रूप से पूजा पाठ एवं रात्रि में गरबों का आयोजन होगा। नव दिवसीय नवरात्र महोत्सव के दौरान जगह-जगह सांस्कृतिक आयोजन किए जाते हैं। इस दौरान झाबुआ में सर्वमंगला गरबा महोत्सव समिति द्वारा आर्केस्ट्रा का बड़ा आयोजन किया जाएगा। श्री चारभुजानाथ मंदिर के पुजारी एवं ज्योतिषाचार्य पंडित हिमांशु शुक्ल ने बताया कि सर्वमंगला माता मंदिर में नवरात्र महोत्सव नव दिवसीय ही मनाया जाता है, किंतु यहां हवन सप्तमी को किया जाता है, जबकि अन्य देवी स्थानों पर कहीं अष्टमी तिथि ओर कहीं नवमी को हवन आदि सम्पन्न किए जाते हैं।