भोपाल डिवाइन आइडल का रंगारंग समापन

Ags 10, 2024

 भोपाल डिवाइन आइडल का ग्रैंड फिनाले सुख शांति भवन में संपन्न 

 वर्तमान समय में युवाओं का संगीत से जुड़ना अति आवश्यक- 

 

वर्तमान समय में युवा पीढ़ी का संगीत से जुड़ना ही बड़ी बात है, फिर वह चाहे सुगम हो या शास्त्रीय संगीत। मैं ब्रह्माकुमारीज़ सुख शांति भवन को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने ऐसे कार्यक्रम का आयोजन इतने सुंदर स्थान पर किया। यहां के पवित्र वाइब्रेशन्स तन और मन को ऐसा अनुभव कराते हैं जिससे एक कलाकार की सृजनात्मकता बढ़ जाती है और वह अपनी कला को और बेहतर ढंग से प्रस्तुत करने लगता है। संगीत एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा न केवल हम स्वयं लेकिन अनेकों को तनावमुक्ति का अनुभव कराते हैं। मैं आयोजकों को विशेष रूप से बधाई इसलिए भी दूंगा कि उन्होंने युवा शक्ति को एक मंच प्रदान किया जिसके माध्यम से उनकी शक्तियां सकारात्मक दिशा में कार्यरत हो रही है। यह कहना था भोपाल तथा मध्य प्रदेश का नाम देश-विदेश में पहुंचाने वाले, संगीत के क्षेत्र में ध्रुपद गुरु के नाम से प्रसिद्ध तथा भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित पंडित श्री उमाकांत गुंदेचा जी का। और अवसर था नीलबड़ स्थित ब्रह्माकुमारीज़ सुख शांति भवन के अनुभूति सभागार में आयोजित भोपाल डिवाइन आइडल के ग्रैंड फिनाले का। यह संगीत स्पर्धा तीन चरणों में आयोजित की गई थी। प्रथम चरण में 180 प्रतिभागियों ने देशभक्ति इस विषय पर अपने गीत प्रस्तुत किए थे। इसमें से 80 प्रतिभागी अगले चरण के लिए चुने गए जहां पर उन्होंने मूल्य आधारित एवं प्रेरणादाई गीत प्रस्तुत किये। यह दोनों ही चरण ऑनलाइन हुए और अंतिम चरण में कुल 16 प्रतिभागियों का चयन हुआ जिन्होंने भक्ति संगीत पर आधारित गीतों की प्रस्तुति दी। एक से बढ़कर एक ऐसे गीतों की स्वर लहरियों से अनुभूति सभागार गुंजायमान हो रहा था। मां सरस्वती की वंदना से शुरू होकर मधुबन में राधिका नाचे रे, मुझे अपनी शरण में ले लो राम से लेकर सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे घर राम आएंगे, सत्यम शिवम सुंदरम, देवा श्री गणेशा आदि सुमधुर गीतों की झड़ी लग गई थी। इन गीतों के मध्य में सबको भाव विभोर करने वाली प्रस्तुति थी तान्या शर्मा की। आंखों से देखने में असमर्थ इस युवा गायिका ने जब ओ पालनहारे, निर्गुण ओ न्यारे गीत गाया तो सबकी आंखें छलक उठी। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान एंजेलो गेराल्ड, द्वितीय स्थान संकल्प यदुवंशी, तृतीय स्थान तान्या शर्मा, चतुर्थ स्थान ओंकार समुद्रे तथा पांचवा स्थान ऋषिका प्रजापति एवं डॉ नूपुर मालवीय इनको मिला।

निर्णायक के रूप में श्री सत्यनारायण नायर, डॉ दिलीप नलगे तथा डॉ रुपाली जैन उपस्थित रहे। कुशल मंच संचालन का कार्य सुप्रसिद्ध रेडियो तथा पॉडकास्ट एक्सपर्ट श्री अमित वाधवा जी ने किया। कार्यक्रम में स्वराज संस्थान संस्कृति विभाग, मध्य प्रदेश शासन के प्रतिनिधि के रूप में डिप्टी डायरेक्टर श्री संतोष वर्मा उपस्थित रहे।ब्रह्मा कुमारीज़ सुख शांति भवन की डायरेक्टर बीके नीता दीदी ने सभी का शब्द सुमनों द्वारा स्वागत करते हुए अतिथियों को संस्था के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू में पधारने का निमंत्रण दिया। अंत में आभार प्रदर्शन कुलदीप गोलानी ने किया। इस कार्यक्रम का संयुक्त आयोजन संस्कृति विभाग, मध्य प्रदेश शासन तथा ब्रह्माकुमारीज़ सुख शांति भवन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।


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