एनएचडीसी का रजत जयंती स्थापना दिवस का आयोजन
Ags 09, 2024
परियोजना में रजत जयंती द्वार का उद्घाटन।
एनएचडीसी लिमिटेड के इंदिरा सागर पावर स्टेशन द्वारा निगम के 25वें स्थापना दिवस के अवसर पर रजत जयंती स्थापना समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान पावर स्टेशन में महीनेभर चले विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारियों, कर्मचारियों एवं संविदा कार्मिकों का निशुल्क चिकित्सा जॉच व दवा वितरण, रक्तदान शिविर एवं वाकाथन का आयोजन प्रमुख है।
दिनांक 07.08.2024 को मुख्य अतिथि निगम के प्रबंध निदेशक श्री राजीव जैन का विद्युतगृह के मुख्य द्वार पर भव्य स्वागत किया गया तथा परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रबंध निदेशक एवं निगम मुख्यालय, भोपाल से पधारे वरिष्ठ अधिकारियों की अगवानी की। इस अवसर पर श्री राजीव जैन, प्रबंध निदेशक को परियोजना में तैनात सीआईएसएफ द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान विद्युतगृह परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण के प्रति अपनी निगम की प्रतिबद्धता जाहिर की। इसके उपरांत विद्युतगृह परिसर में नवनिर्मित रजत जयंती द्वार का उद्घाटन किया एवं निगम के 25 वर्ष की सफलता को दर्शाता हुआ 100 फीट ऊंचा गुब्बारा स्थापित किया गया तथा परियोजना में पदस्थ अधिकारियों एवं परिजनों द्वारा 500 गुब्बारे आकाश में छोड़े गये। शांति एवं ऊर्जा की उड़ान के प्रतीक स्वरूप सफेद कबूतर भी छोड़े गये।
इस अवसर पर श्री अजीत कुमार, परियोजना प्रमुख, श्री विनोद कुमार सिंह, महाप्रबंधक (ओएण्डएम), श्री गोपाल खण्डेलवाल, महाप्रबंधक (सिविल) तथा निगम मुख्यालय से पधारे श्री अशोक कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन), श्री नरेश चेलानी, महाप्रबंधक (डीएण्डई), श्री जयप्रकाश, महाप्रबंधक (पीएण्डसी), श्री संजीव कुमार गुप्ता, महाप्रबंधक (वित्त)-आंतरिक लेखा, श्रीमति रेशमा संजीव, विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन) तथा समस्त वरिष्ठ अधिकारीगण तथा आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहे।
एनएचडीसी लिमिटेड जोकि एनएचपीसी लिमिटेड एवं मध्यप्रदेश शासन का संयुक्त उद्यम है, जोकि सन् 2000 में स्थापित हुई थी। वर्तमान में इसकी दो जलविद्युत परियोजनाएं इंदिरा सागर पावर स्टेशन (1000 मेगावाट) एवं ओंकारेश्वर पावर स्टेशन (520 मेगावाट) तथा दो सोलर परियोजनाएं ग्राउंड माउंटेड सांची सोलर प्रोजेक्ट (8 मेगावाट) तथा ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट (88 मेंगावाट) द्वारा उत्पादित शत् प्रतिशत मध्यप्रदेश को दी जा रही है । एनएचडीसी नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के अन्य विकल्पों के माध्यम से भी प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत् है।