ठप हुई स्वीमिंग पूल वाले मैरिज गार्डनों और होटलों को जांचने की मुहिम

Ags 22, 2024

 भोपाल। राजधानी में  बिना परमीशन और सुरक्षा के मापदंडों को दरकिनार करने वाले  स्वीमिंग पूल भी मैरिज गार्डनों और होटलों  की परमीशन की जांच करने की नगर निगम की मुहिम अब ठप हो गयी है।   इस संबंध में निगम की  टीम पूरे शहर के होटलों और मैरिज गार्डनों की नपती के दौरान स्वीमिंग की परमीशन की भी जांच करनी थी लेकिन कुछ भी नहंी हो रहा है। गौर तलब हैकि गत दिनों  कोहेफिजा इलाके के स्वागत मैरिज गार्डन में मौसेरे भाई-बहन स्वीमिंग पूल में डूबने की घटना की बाद शुरू हुआ था। उस हादसे में यहां पांच साल के बच्चे की मौत हो गयी थी।

रसूखदारों के हैं अधिकतर मैरिज गार्डन और होटल

गौर तलब है शहर मे ंचलने वाले अधिकांश मैरिज गार्डन और होटलों शहर के रसूखदारों के हैं जिनके लिये वहां पर अक्सर पार्टियां और अन्य आयोजन होते रहते हैं। लेकिन सुरक्षा के इंतजाम नहीं रखे जाते हैं। निगम  की टीम को यह देखना था कि  इन पूल को बिल्डिंग परमीशन के नक्शे में दर्शाया गया हैया नहीं। केवल शहर में ही नहीं बल्कि रातीबढ़, होशंगाबाद रोड, मिसरोद रोड और लालघाटी से लेकर भौरी के छोटे और बड़े गार्डनों में स्वीमिंग पूल बनाये गये हैं जो मौत के सौदागर बन रहे हैं।

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शहर के में मैरिज गार्डनों की संख्या 250

इनमें अवैध 125

होटल शादी वाले 100

स्वीमिंग पूल वाले 80 के करीब

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क्या स्थिति है

-  स्वीमिंग पूल के पास सुरक्षा की जाली होनी चाहिए और उसके आसपास कोई आयोजन नहीं करना चाहिए जबकि होटलों और गार्डनों में गर्मी के समय इनके पास ही खाने पीने का आयोजन किया जाता है।

- स्वीमिंग पूल के आसपा और भीतर लाइन का बेहतरीन इंतजाम होना चाहिए ताकि वहां पर होने वाली हलचल को देखा जा सके।

- पूल के पास कम से कम दो गोताखोर हमेशा रहना चाहिए जब होटल या गार्डन चालू हो ताकि वहां पर कोई धोखे से नहीं जाए।

ञ फिलहाल इन गार्डनों और होटलों में इन नियमों का कहीं भी पालन नहीं कराया जा रहा है। अक्सर इनके पास मॉकटेल पार्टी का आयोजन किया जाता है।

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