कवर्धा। हाइवा वाहन चोरी की जांच करते हुए कवर्धा पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें मास्टरमाइंड जमील खान भी शामिल है। हैरानी की बात यह है कि जमील खान हरियाणा के नूह जिले के ग्राम राजाका का सरपंच है और पाकिस्तान का वीजा प्राप्त कर कई बार पाकिस्तान जा चुका है। एसपी धर्मेंद्र सिंह छवाई (IPS) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा के आधार पर जांच तेज की।
जांच के बाद गिरोह के सदस्यों जमील खान, उजेर खान, मुसेद खान और समीम खान को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी अब भी फरार है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो हाइवा वाहन, दो मोटरसाइकिल, एक कार और चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 41 लाख 60 हजार रुपए बताई गई है। जमील खान ने पूछताछ में बताया कि उसकी फूफी पाकिस्तान में रहती है, इसी कारण वह वहां कई बार वीजा पर यात्रा कर चुका है। पुलिस अब इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं गिरोह का पाकिस्तान से कोई संबंध तो नहीं है। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि इस पूरी कार्रवाई में आधुनिक तकनीक, सतर्कता और सुनियोजित योजना की मदद से टीम को बड़ी सफलता मिली है। कार्रवाई में थाना प्रभारी लालजी सिन्हा, साइबर टीम और डीआरजी के जवानों की भूमिका सराहनीय रही।
इन्दौर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ कोरोना काल में धरना-प्रदर्शन और विधानसभा उप चुनाव के दौरान शासकीय कार्य में बाधा डालने को लेकर दर्ज केस में आज उनकी पेशी हुई जिसमें पटवारी अपने समर्थकों के साथ जिला कोर्ट पहुंचे। जीतू पटवारी के खिलाफ यह प्रकरण छोटी ग्वालटोली थाने में दर्ज किया गया था। जिसमें जीतू पटवारी सहित कई अन्य कांग्रेसियों पर शासकीय कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया गया था। इन सभी ने मौके पर धरना प्रदर्शन कर शासकीय कार्य में बाधा डाली थी। पेशी के बाद पटवारी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि आज कोर्ट के सामने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कोविड काल में जनहित को लेकर जो विपक्ष का दायित्व निभा रहे थे।
मेरे कई साथी भी शामिल थे। आज मेरी पेशी थी। लोग हताहत हो रहे थे, जान गंवा रहे थे। न अस्पताल थे, न बेड ऑक्सीजन भी नहीं थी। सबका संघर्ष था। तब सरकार को जगाने और कमियां बताने का समय था। उसे लेकर कोर्ट ने हमें आज बुलाया था। मेरा गिरफ्तारी वारंट जारी नहीं हुआ था। चर्चा के दौरान जीतू पटवारी ने नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे की गिरफ्तारी पर कहा कि चिंटू पर धारा 307 के तहत केस दर्ज किया। उन्होंने 2 हजार करोड़ की चोरी का मुद्दा उठाया। ये अधिकारियों, एमआईसी, पार्षदों ने करप्शन किया। निगम के 2 हजार कर्मचारी अफसरों नेताओं के यहां अटैच हैं। उनकी तनख्वाह शहर की जनता देती है। चिंटू ने मुद्दा उठाया तो उन पर केस दर्ज करके अंदर कर दिया।
जीतू पटवारी की कोर्ट पेशी के लेकर एडवोकेट संतोष यादव के अनुसार 2018 के सांवेर उप चुनाव में एक समर्थक पर की गई जिलाबदर कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने प्रदर्शन कर डीआईजी को ज्ञापन दिया था। इसमें कुछ कांग्रेस नेताओं को वारंट जारी किए गए थे। जिसकी आज सुनवाई थी। कोर्ट ने प्रदेश अध्यक्ष को उपस्थित होने का निर्देश दिया था।
भोपाल,। चुनावों में लगातार मिल रही हार के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस ने अपने संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज कर दी है। इसी कड़ी में पार्टी ने 40 दिन का एक विशेष कैम्पेन कैलेंडर तैयार किया है, जिसकी शुरुआत 28 अप्रैल को ग्वालियर में संविधान बचाओ रैली से होगी। इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और जयराम रमेश जैसे राष्ट्रीय नेता शामिल हो सकते हैं।
यहां बताते चलें कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा 9 अप्रैल को अहमदाबाद अधिवेशन के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस को कैडर ट्रेनिंग के लिए गाइडलाइन भेजी थी। इसके तहत जिलाध्यक्षों और कार्यकर्ताओं को वैचारिक और संगठनात्मक रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण सत्र वर्चुअल या व्यक्तिगत रूप से आयोजित किए जा सकते हैं, जिस पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।
संविधान बचाओ अभियान पर जोर
मप्र कांग्रेस का यह अभियान संविधान की रक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने पर केंद्रित रहेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि उपराष्ट्रपति द्वारा सुप्रीम कोर्ट को चुनौती देने की घटना ने संविधान को लेकर देशभर में चिंता बढ़ा दी है। उन्होंने भाजपा पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस इसे किसी भी हाल में सफल नहीं होने देगी।
राष्ट्रीय स्तर पर पदयात्रा की तैयारी
कांग्रेस ने एक साल तक चलने वाली संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा की भी योजना बनाई है। इसके लिए जिला और ब्लॉक स्तर पर बैठकों का आयोजन कर तैयारियां शुरू करने और क्रियान्वयन समितियां गठित करने के निर्देश दिए गए हैं।
आगामी कार्यक्रमों में सक्रियता बढ़ेगी
पार्टी का फोकस मई के महीने में लगातार कार्यक्रम आयोजित कर कैडर को सक्रिय करने और जनता के बीच मजबूत संदेश देने पर रहेगा। एमपी कांग्रेस का मानना है कि संगठन को मजबूत कर ही आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है।
अमेरिकी वित्त मंत्री ने दिए इसके संकेत
वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगाए रेसिप्रोकल टैरिफ से आए वैश्विक संकट के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। भारत जल्द ही अमेरिका के साथ बिलेटरल ट्रेड डील पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश बन सकता है। दरअसल अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता अंतिम चरण में है। अगर यह डील तय होती है, तब भारत ट्रंप की ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ नीति से बचने वाला दुनिया का पहला देश बनेगा। यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। अमेरिका फिलहाल भारत के निर्यात पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगा रहा है, लेकिन 26 प्रतिशत तक का भारी शुल्क लगाने की चेतावनी दे चुका है, लेकिन अभी 90 दिनों के लिए स्थगित किया गया है और यह 8 जुलाई को खत्म हो रहा है।
बेसेंट ने कहा, “भारत के पास ऊंचे टैरिफ नहीं हैं, गैर-टैरिफ अड़चनें भी कम हैं। न कोई करंसी मैनिपुलेशन है और न ही भारी सब्सिडी इसकारण भारत से डील करना अपेक्षाकृत आसान है।” यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उप-राष्ट्रपति वेंस भी जयपुर दौरे पर भारत से बाजार खोलने, अमेरिकी एनर्जी और डिफेंस प्रोडक्ट्स की खरीद बढ़ाने की मांग कर चुके हैं।
भारत-अमेरिका व्यापार
अमेरिका का 2024 में भारत से व्यापार घाटा 45.7 अरब डालर था। भारत से अमेरिका को 3 प्रतिशत आयात मिला। दोनों देशों के बीच लगातार संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं।
अमेरिकी वित्त मंत्री ने दिए इसके संकेत
वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगाए रेसिप्रोकल टैरिफ से आए वैश्विक संकट के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। भारत जल्द ही अमेरिका के साथ बिलेटरल ट्रेड डील पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश बन सकता है। दरअसल अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता अंतिम चरण में है। अगर यह डील तय होती है, तब भारत ट्रंप की ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ नीति से बचने वाला दुनिया का पहला देश बनेगा। यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। अमेरिका फिलहाल भारत के निर्यात पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगा रहा है, लेकिन 26 प्रतिशत तक का भारी शुल्क लगाने की चेतावनी दे चुका है, लेकिन अभी 90 दिनों के लिए स्थगित किया गया है और यह 8 जुलाई को खत्म हो रहा है।
बेसेंट ने कहा, “भारत के पास ऊंचे टैरिफ नहीं हैं, गैर-टैरिफ अड़चनें भी कम हैं। न कोई करंसी मैनिपुलेशन है और न ही भारी सब्सिडी इसकारण भारत से डील करना अपेक्षाकृत आसान है।” यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उप-राष्ट्रपति वेंस भी जयपुर दौरे पर भारत से बाजार खोलने, अमेरिकी एनर्जी और डिफेंस प्रोडक्ट्स की खरीद बढ़ाने की मांग कर चुके हैं।
भारत-अमेरिका व्यापार
अमेरिका का 2024 में भारत से व्यापार घाटा 45.7 अरब डालर था। भारत से अमेरिका को 3 प्रतिशत आयात मिला। दोनों देशों के बीच लगातार संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं।
अमेरिकी वित्त मंत्री ने दिए इसके संकेत
वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगाए रेसिप्रोकल टैरिफ से आए वैश्विक संकट के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। भारत जल्द ही अमेरिका के साथ बिलेटरल ट्रेड डील पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश बन सकता है। दरअसल अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता अंतिम चरण में है। अगर यह डील तय होती है, तब भारत ट्रंप की ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ नीति से बचने वाला दुनिया का पहला देश बनेगा। यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। अमेरिका फिलहाल भारत के निर्यात पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगा रहा है, लेकिन 26 प्रतिशत तक का भारी शुल्क लगाने की चेतावनी दे चुका है, लेकिन अभी 90 दिनों के लिए स्थगित किया गया है और यह 8 जुलाई को खत्म हो रहा है।
बेसेंट ने कहा, “भारत के पास ऊंचे टैरिफ नहीं हैं, गैर-टैरिफ अड़चनें भी कम हैं। न कोई करंसी मैनिपुलेशन है और न ही भारी सब्सिडी इसकारण भारत से डील करना अपेक्षाकृत आसान है।” यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उप-राष्ट्रपति वेंस भी जयपुर दौरे पर भारत से बाजार खोलने, अमेरिकी एनर्जी और डिफेंस प्रोडक्ट्स की खरीद बढ़ाने की मांग कर चुके हैं।
भारत-अमेरिका व्यापार
अमेरिका का 2024 में भारत से व्यापार घाटा 45.7 अरब डालर था। भारत से अमेरिका को 3 प्रतिशत आयात मिला। दोनों देशों के बीच लगातार संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं।
अमेरिकी वित्त मंत्री ने दिए इसके संकेत
वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगाए रेसिप्रोकल टैरिफ से आए वैश्विक संकट के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। भारत जल्द ही अमेरिका के साथ बिलेटरल ट्रेड डील पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश बन सकता है। दरअसल अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता अंतिम चरण में है। अगर यह डील तय होती है, तब भारत ट्रंप की ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ नीति से बचने वाला दुनिया का पहला देश बनेगा। यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। अमेरिका फिलहाल भारत के निर्यात पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगा रहा है, लेकिन 26 प्रतिशत तक का भारी शुल्क लगाने की चेतावनी दे चुका है, लेकिन अभी 90 दिनों के लिए स्थगित किया गया है और यह 8 जुलाई को खत्म हो रहा है।
बेसेंट ने कहा, “भारत के पास ऊंचे टैरिफ नहीं हैं, गैर-टैरिफ अड़चनें भी कम हैं। न कोई करंसी मैनिपुलेशन है और न ही भारी सब्सिडी इसकारण भारत से डील करना अपेक्षाकृत आसान है।” यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उप-राष्ट्रपति वेंस भी जयपुर दौरे पर भारत से बाजार खोलने, अमेरिकी एनर्जी और डिफेंस प्रोडक्ट्स की खरीद बढ़ाने की मांग कर चुके हैं।
भारत-अमेरिका व्यापार
अमेरिका का 2024 में भारत से व्यापार घाटा 45.7 अरब डालर था। भारत से अमेरिका को 3 प्रतिशत आयात मिला। दोनों देशों के बीच लगातार संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं।
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वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगाए रेसिप्रोकल टैरिफ से आए वैश्विक संकट के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। भारत जल्द ही अमेरिका के साथ बिलेटरल ट्रेड डील पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश बन सकता है। दरअसल अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता अंतिम चरण में है। अगर यह डील तय होती है, तब भारत ट्रंप की ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ नीति से बचने वाला दुनिया का पहला देश बनेगा। यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। अमेरिका फिलहाल भारत के निर्यात पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगा रहा है, लेकिन 26 प्रतिशत तक का भारी शुल्क लगाने की चेतावनी दे चुका है, लेकिन अभी 90 दिनों के लिए स्थगित किया गया है और यह 8 जुलाई को खत्म हो रहा है।
बेसेंट ने कहा, “भारत के पास ऊंचे टैरिफ नहीं हैं, गैर-टैरिफ अड़चनें भी कम हैं। न कोई करंसी मैनिपुलेशन है और न ही भारी सब्सिडी इसकारण भारत से डील करना अपेक्षाकृत आसान है।” यह बयान तब आया है जब अमेरिकी उप-राष्ट्रपति वेंस भी जयपुर दौरे पर भारत से बाजार खोलने, अमेरिकी एनर्जी और डिफेंस प्रोडक्ट्स की खरीद बढ़ाने की मांग कर चुके हैं।
भारत-अमेरिका व्यापार
अमेरिका का 2024 में भारत से व्यापार घाटा 45.7 अरब डालर था। भारत से अमेरिका को 3 प्रतिशत आयात मिला। दोनों देशों के बीच लगातार संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं।